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asafoetida cultivation

हींग की खेती | asafoetida cultivation

हींग की खेती | asafoetida cultivation asafoetida cultivation: हींग को उगाने के लिए खेत को अच्छी तरह से जुताई करनी चाहिए। खेत में पानी की निकासी का प्रबंध होना चाहिए। मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए खाद और उर्वरक का प्रयोग करें। बीज को अक्टूबर-नवंबर में बोया जाता है। बीज […]

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animal waste

पशु अपशिष्ट(animal waste) से खाद्द बनाकर करें लाखों की कमाई ।

पशु अपशिष्ट(animal waste) से खाद बनाने का तरीका: पशु अपशिष्ट(animal waste) (जैसे गोबर, मूत्र आदि) को घरेलू खाद में परिवर्तित करना एक प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल तरीका है जिससे पौधों को पोषक तत्व प्राप्त होते हैं और अपशिष्ट का पुनः उपयोग होता है। सूखा पत्ता, घास या किचन स्क्रैप (फल-सब्जियों के छिलके आदि). एक

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कुणजा की खेती

कुणजा की खेती से करें लाखों की कमाई | Earn lakhs from Kunja cultivation

कुणजा की खेती: कुणजा की खेती: दोस्तों, स्वागत है आपलोगों का हमारे वेबसाइट agricultureinhindi.in में। आज मैं आपलोगों को एक सस्ते व्यापार के बारे में बताने जा रहा हूँ, जिसे ऊगा कर आप कमा सकते है लाखों रूपये । कुणजा की खेती, जिसे अंग्रेजी में Sorrel कहते हैं, एक लोकप्रिय हरी पत्तेदार सब्जी है जो

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मीठे आलू की खेती

मीठे आलू की खेती की जानकारी | Information on sweet potato cultivation.

मीठे आलू की खेती | मीठे आलू की खेती के लिए हल्की, उपजाऊ और अच्छी नमी निकास वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी का पी.एच. मान 5.6 से 6.6 के बीच होना चाहिए। मीठे आलू के लिए उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण जलवायु सबसे अनुकूल होती है। गर्मियों में अधिक गर्मी और ठंड से फसल प्रभावित

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Information on cultivation of pulses

दाल की खेती की जानकारी | Information on cultivation of pulses.

दाल की खेती की जानकारी | Information on cultivation of pulses Information on cultivation of pulses: दालों की खेती के लिए उर्वरक और हल्की दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है। खेत में गोबर की खाद और रासायनिक उर्वरकों का उचित मिश्रण करना चाहिए। उन्नत किस्मों के प्रमाणित बीजों का चयन करें जो आपके क्षेत्र के अनुकूल

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खरबूज की खेती

खरबूज की खेती के बारे में सम्पूर्ण जानकारी | Complete information about Muskmelon cultivation

खरबूज की खेती: दोस्तों, स्वागत है आपलोगों का हमारे वेबसाइट agricultureinhindi.in पर । आज मैं आपलोगों को खरबूजे के खेती के बारे में जानकारी देने जा रहा हूँ । दोस्तों, कई जगह पर खरबूजे को 12 महीना उपजाया जाता है तथा इसे बेचकर अच्छी कमाई करते है । आज मैं इस आर्टिकल में इसके खेती

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पान पत्ता की सरबत

गर्मियों में पान पत्ता की सरबत से होने वाले फायदे |

गर्मियों में पान पत्ता की सरबत से होने वाले फायदे: पान पत्ता की सरबत: गर्मियों में पैर की सरबत का सेवन करने से कई लाभ होते हैं। यह एक परंपरागत और स्वास्थ्यवर्धक पेय है जो विशेष रूप से गर्मियों के मौसम में उपयोगी है। यहाँ पैर की सरबत के प्रमुख फायदे बताए गए हैं: 1.

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चमेली की खेती

चमेली की खेती | होने वाले मुनाफे | FAQs .

चमेली की खेती कैसे की जाती है? चमेली की खेती एक लाभदायक और गंध-आधारित व्यवसाय है। चमेली के लिए हल्की, अच्छी निकासी वाली और कम-से-कम 60-70% नमी वाली जमीन का चयन करें। जमीन को 2-3 बार जोतकर तैयार करें और उर्वरक मिलाएं। चमेली के पौधों को सही मौसम (मार्च-अप्रैल या अक्टूबर-नवंबर) में लगाएं। पौधों के

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प्राकृतिक खेती से किसानों को लाभ

प्राकृतिक खेती से किसानों को लाभ |

प्राकृतिक खेती से किसानों को लाभ: प्राकृतिक खेती से भारतीय किसानों को कई महत्वपूर्ण लाभ होते हैं। यह न केवल किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी बहुत फायदेमंद है। प्राकृतिक खेती से भारतीय किसानों के 10 महत्वपूर्ण लाभ | 1. लागत में कमी: प्राकृतिक खेती में रासायनिक खादों,

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लहसुन की खेती

गर्मी के दिनों में लहसुन की खेती कर बने करोड़पति |

लहसुन की खेती करने की प्रक्रिया निम्न है: भूमि तैयारी: लहसुन के लिए हल्की, उपजाऊ और अच्छी नकदी वाली मिट्टी उपयुक्त होती है। खेत को अच्छी तरह से जुताई और फर्टिलाइज़र (खाद) डालकर तैयार किया जाता है। लहसुन की खेती के लिए मिट्टी का पी.एच. मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए। बीज की

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