कड़ी पत्ता की खेती

कड़ी पत्ता की खेती, खाने के फायदे, बिटमिंस तथा मिनरल्स, लाभ |

कड़ी पत्ता की खेती (Curry Leaf Farming): कड़ी पत्ता की खेती: कड़ी पत्ता, जिसे मीठा नीम या करी पत्ता भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण मसाला पौधा है जिसका उपयोग भारतीय व्यंजनों में व्यापक रूप से होता है। यह पौधा औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। कड़ी पत्ता गर्म और आर्द्र जलवायु में […]

कड़ी पत्ता की खेती, खाने के फायदे, बिटमिंस तथा मिनरल्स, लाभ | Read More »

सिंघारा की खेती

अगर आपके पास खाली जमीं परी है तो कमाएं करोड़ो, आइये आपको आज टिप्स देते है |

सिंघारा की खेती की पूर्ण जानकारी | सिंघारा की खेती (Water Chestnut Farming) एक लाभकारी और महत्वपूर्ण कृषि गतिविधि हो सकती है। सिंघारा एक जलीय पौधा है जिसकी खेती तालाबों या जलाशयों में की जाती है। सिंघारा की खेती के लिए तालाब या स्थिर जल स्रोत का चयन करें। जल का स्तर कम से कम

अगर आपके पास खाली जमीं परी है तो कमाएं करोड़ो, आइये आपको आज टिप्स देते है | Read More »

Beetroot

रोज चुकुन्दर(Beetroot) खाने से क्या होगा ?

दोस्तों, स्वागत है आपलोगों का हमारे website agricultureinhindi.in पर । एक बात तो तय है की अगर हम फ्रूट्स का सही तरीके से सेवन करें तो हमें कभी डॉक्टर के पास नहीं जाना पड़ेगा । आज एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहा हूँ जो शरीर के लिए Blood Bank है । मैं

रोज चुकुन्दर(Beetroot) खाने से क्या होगा ? Read More »

कुल्थी की खेती

कुल्थी की खेती | पूर्ण जानकारी | विशेषता | लाभ | FAQs

कुल्थी की खेती की जानकारी | कुल्थी (Horse Gram) एक महत्वपूर्ण दाल है जिसे खासकर गर्म और शुष्क क्षेत्रों में उगाया जाता है। इसकी खेती करना बहुत ही सरल है और इसे कम संसाधनों में भी उगाया जा सकता है। कुल्थी के लिए हल्की और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसकी

कुल्थी की खेती | पूर्ण जानकारी | विशेषता | लाभ | FAQs Read More »

Crocks

Crocks चप्पल के Business से कमाएं लाखों मात्र 30,000 रूपये के Invest पर |

Crocks चप्पल का बिजनेस कैसे करे? क्रॉस चप्पल का बिजनेस शुरू करना एक लाभदायक और स्थायी व्यवसाय हो सकता है, क्योंकि फुटवियर की मांग हमेशा रहती है। अपने लक्षित बाजार को समझें। जानें कि किन प्रकार की चप्पलों की अधिक मांग है, और कौन से ब्रांड पहले से बाजार में मौजूद हैं। अन्य फुटवियर व्यवसायों

Crocks चप्पल के Business से कमाएं लाखों मात्र 30,000 रूपये के Invest पर | Read More »

महुआ की खेती

महुआ की खेती | निर्र्मित अन्य सामग्री तथा दवाइयां | आर्थिक मुनाफे | FAQs

महुआ की खेती की पूरी जानकारी | महुआ (Madhuca indica) एक महत्वपूर्ण वृक्ष है जिसे मुख्य रूप से भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में उगाया जाता है। महुआ के फूल, फल और बीज विभिन्न उपयोगों के लिए जाने जाते हैं। महुआ वृक्ष विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उग सकता है, लेकिन इसकी खेती के लिए अच्छी

महुआ की खेती | निर्र्मित अन्य सामग्री तथा दवाइयां | आर्थिक मुनाफे | FAQs Read More »

पेठा की खेती

पेठा की खेती | फायदे | मार्किट में इसकी मांग | आर्थिक मुनाफा |

पेठा की खेती की सम्पूर्ण जानकारी | पेठा को अच्छी जल निकासी वाली, उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है। मिट्टी को खोदकर और जैविक खाद मिलाकर तैयार करें। गर्मियों की शुरुआत में बीज बोएं (मार्च-अप्रैल)। बीजों को 2-3 सेमी गहराई पर बोएं और लगभग 1 मीटर की दूरी पर रखें। नियमित रूप से पानी दें,

पेठा की खेती | फायदे | मार्किट में इसकी मांग | आर्थिक मुनाफा | Read More »

अमरूद के पत्ते

अमरूद के पत्ते खाने के फायदे | Benefits of eating guava leaves

अमरूद के पत्ते पेट की समस्याओं जैसे दस्त और कब्ज में राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इनमें मौजूद तत्व पाचन तंत्र को ठीक करने में सहायक होते हैं। अमरूद के पत्ते ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इनके सेवन से इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ सकती है और ग्लूकोज

अमरूद के पत्ते खाने के फायदे | Benefits of eating guava leaves Read More »

asafoetida cultivation

हींग की खेती | asafoetida cultivation

हींग की खेती | asafoetida cultivation asafoetida cultivation: हींग को उगाने के लिए खेत को अच्छी तरह से जुताई करनी चाहिए। खेत में पानी की निकासी का प्रबंध होना चाहिए। मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए खाद और उर्वरक का प्रयोग करें। बीज को अक्टूबर-नवंबर में बोया जाता है। बीज

हींग की खेती | asafoetida cultivation Read More »

animal waste

पशु अपशिष्ट(animal waste) से खाद्द बनाकर करें लाखों की कमाई ।

पशु अपशिष्ट(animal waste) से खाद बनाने का तरीका: पशु अपशिष्ट(animal waste) (जैसे गोबर, मूत्र आदि) को घरेलू खाद में परिवर्तित करना एक प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल तरीका है जिससे पौधों को पोषक तत्व प्राप्त होते हैं और अपशिष्ट का पुनः उपयोग होता है। सूखा पत्ता, घास या किचन स्क्रैप (फल-सब्जियों के छिलके आदि). एक

पशु अपशिष्ट(animal waste) से खाद्द बनाकर करें लाखों की कमाई । Read More »