agriculture

खरगोश पालन

खरगोश पालन के बारे में पूरी जानकारी।

खरगोश पालन के बारे में पूरी जानकारी। खरगोश पालन एक लाभकारी और लोकप्रिय कृषि व्यवसाय है, जो छोटे और बड़े पैमाने पर पशुपालन के रूप में किया जा सकता है। यह व्यवसाय कम लागत, उच्च लाभ और जल्दी उत्पादन के कारण बहुत से किसानों और पशुपालकों के बीच लोकप्रिय है। खरगोश न केवल एक पालतू […]

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कपास का भाव 2024

कपास का भाव 2024 – देश की मंडियों में आज का कपास का भाव क्या है ? (20 August 2024)

कपास (Cotton) के भाव से सम्बंधित जानकारी कॉटन रेट टुडे: सफ़ेद सोने के रूप में उगाई जाने वाली कपास मालवेसी कुल का पौधा होता है | कपास का इस्तेमाल रुई तैयार करने के लिए किया जाता है | भारत में सबसे अधिक कपास का उत्पादन गुजरात राज्य में होता है | किसान भाई मंडियों में

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स्थायी कृषि

स्थायी कृषि(sustainable agriculture), लाभ तथा FAQS |

स्थायी कृषि । स्थायी कृषि (Sustainable Agriculture) एक ऐसा कृषि प्रणाली है जो पर्यावरण, समाज, और आर्थिक रूप से टिकाऊ होती है। इसका उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना, मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना, जल संरक्षण, और प्रदूषण को कम करना है। इस प्रणाली में यह सुनिश्चित किया जाता है कि फसल उत्पादन के दौरान

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कड़ी पत्ता की खेती

कड़ी पत्ता की खेती, खाने के फायदे, बिटमिंस तथा मिनरल्स, लाभ |

कड़ी पत्ता की खेती (Curry Leaf Farming): कड़ी पत्ता की खेती: कड़ी पत्ता, जिसे मीठा नीम या करी पत्ता भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण मसाला पौधा है जिसका उपयोग भारतीय व्यंजनों में व्यापक रूप से होता है। यह पौधा औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। कड़ी पत्ता गर्म और आर्द्र जलवायु में

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सिंघारा की खेती

अगर आपके पास खाली जमीं परी है तो कमाएं करोड़ो, आइये आपको आज टिप्स देते है |

सिंघारा की खेती की पूर्ण जानकारी | सिंघारा की खेती (Water Chestnut Farming) एक लाभकारी और महत्वपूर्ण कृषि गतिविधि हो सकती है। सिंघारा एक जलीय पौधा है जिसकी खेती तालाबों या जलाशयों में की जाती है। सिंघारा की खेती के लिए तालाब या स्थिर जल स्रोत का चयन करें। जल का स्तर कम से कम

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महुआ की खेती

महुआ की खेती | निर्र्मित अन्य सामग्री तथा दवाइयां | आर्थिक मुनाफे | FAQs

महुआ की खेती की पूरी जानकारी | महुआ (Madhuca indica) एक महत्वपूर्ण वृक्ष है जिसे मुख्य रूप से भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में उगाया जाता है। महुआ के फूल, फल और बीज विभिन्न उपयोगों के लिए जाने जाते हैं। महुआ वृक्ष विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उग सकता है, लेकिन इसकी खेती के लिए अच्छी

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पेठा की खेती

पेठा की खेती | फायदे | मार्किट में इसकी मांग | आर्थिक मुनाफा |

पेठा की खेती की सम्पूर्ण जानकारी | पेठा को अच्छी जल निकासी वाली, उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है। मिट्टी को खोदकर और जैविक खाद मिलाकर तैयार करें। गर्मियों की शुरुआत में बीज बोएं (मार्च-अप्रैल)। बीजों को 2-3 सेमी गहराई पर बोएं और लगभग 1 मीटर की दूरी पर रखें। नियमित रूप से पानी दें,

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अमरूद के पत्ते

अमरूद के पत्ते खाने के फायदे | Benefits of eating guava leaves

अमरूद के पत्ते पेट की समस्याओं जैसे दस्त और कब्ज में राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इनमें मौजूद तत्व पाचन तंत्र को ठीक करने में सहायक होते हैं। अमरूद के पत्ते ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इनके सेवन से इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ सकती है और ग्लूकोज

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asafoetida cultivation

हींग की खेती | asafoetida cultivation

हींग की खेती | asafoetida cultivation asafoetida cultivation: हींग को उगाने के लिए खेत को अच्छी तरह से जुताई करनी चाहिए। खेत में पानी की निकासी का प्रबंध होना चाहिए। मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए खाद और उर्वरक का प्रयोग करें। बीज को अक्टूबर-नवंबर में बोया जाता है। बीज

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animal waste

पशु अपशिष्ट(animal waste) से खाद्द बनाकर करें लाखों की कमाई ।

पशु अपशिष्ट(animal waste) से खाद बनाने का तरीका: पशु अपशिष्ट(animal waste) (जैसे गोबर, मूत्र आदि) को घरेलू खाद में परिवर्तित करना एक प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल तरीका है जिससे पौधों को पोषक तत्व प्राप्त होते हैं और अपशिष्ट का पुनः उपयोग होता है। सूखा पत्ता, घास या किचन स्क्रैप (फल-सब्जियों के छिलके आदि). एक

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