आम की खेती

आम की खेती, 4 प्रकार, आम की खेती से लाभ ।

आम की खेती करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:

उचित भूमि का चयन:

आम की खेती के लिए उचित भूमि का चयन करें। आम के पौधों को सुफलित रूप से उगाने के लिए खेत की मिट्टी को चुनाव करना महत्वपूर्ण है। आम के पौधों को पूरी तरह से सूर्य किरणों और ताजगी की आवश्यकता होती है, इसलिए एक खुले स्थान की भूमि चुनें।

आम की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी, जलवायु, और तापमान के बारे में निम्नलिखित जानकारी है:

मिट्टी (भूमि):

मिट्टी की योग्यता खेती के लिए महत्वपूर्ण होती है। आम की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी नीली मिट्टी होनी चाहिए, जिसमें अच्छा पानी निकले और जल संचयन की सुविधा हो। साथ ही, मिट्टी का pH स्तर 5.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।

जलवायु:

आम की खेती के लिए उचित जलवायु का चयन करें। आम पौधों को गर्मियों में ज्यादा गर्मी और ठंडियों में न्यूनतम तापमान में पानी की आवश्यकता होती है।

तापमान:

आम की खेती के लिए उचित तापमान की आवश्यकता होती है। आम के पौधों को 24-30 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान पर बने रहना चाहिए। जब तापमान इस सीमा के बाहर होता है, तो आम की प्रदर्शनक्षमता प्रभावित हो सकती है।

इन कारकों के साथ, आपको उचित पोषण, जल संचयन, और कीट-रोग प्रबंधन की भी चिंता करनी चाहिए। यह सभी प्राकृतिक घरेलू उपायों के माध्यम से किया जा सकता है। आपके क्षेत्रीय बाजार और प्रदर्शनक्षमता को बढ़ावा देने के लिए साइंटिफिक तथ्य और स्थानीय परंपराओं को ध्यान में रखना भी महत्वपूर्ण है।

उपयुक्त प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन:

आपको अपने खेत में जल, खाद, और पोषण के लिए उपयुक्त प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन करना होगा। आम के पौधों को विशेष रूप से फॉस्फोरस, पोटैशियम, और आर्गेनिक खाद की आवश्यकता होती है।

बीज चुनाव और बोया:

उचित आम के बीज का चयन करें और उन्हें खेत में बोएं। आम के पौधों को उचित दूरी और रोंगणों के खिलाफ सुरक्षित रखने के लिए उचित प्राकृतिक उपायों का भी पालन करें।

पौधों की देखभाल:

आम के पौधों की नियमित देखभाल करें, जैसे की प्रुनिंग, पौधों की सौख की देखभाल, और रोग-पेस्ट संरक्षण।

जल संचयन और जल संचयन सुविधाओं का उपयोग:

खेत में सिंचाई के लिए उचित जल संचयन और सिंचाई की सुविधाएं प्रदान करें। आम के पौधों को उचित रूप से पानी दें, खासतर गर्मियों में।

प्रकृतिक दुश्मनों के खिलाफ संरक्षण:

आम के पौधों को कीट-प्रबंधन और पोषण के साथ सुरक्षित रखने के लिए प्राकृतिक दुश्मनों के साथ संरक्षण करें।

फलों की फसल:

जब आम पूरी तरह से पक जाएं, तो उन्हें ध्यानपूर्वक तरीके से तोड़ें और संचित करें।

बाजार में पहुंचान:

आपके आमों को बाजार में पहुंचाने के लिए ठीक से पैकेजिंग करें और उन्हें स्थानीय बाजारों या फसल बाजारों में बेचने के लिए उपयुक्त साधनों का उपयोग करें।
यहाँ तक कि आपको आम की खेती की सफलता प्राप्त करने के लिए मेहनत, धैर्य और अनुभव की आवश्यकता होती है, लेकिन यह एक संवर्गिक और लाभकारी व्यापार हो सकता है।

आम की खेती

जैविक खेती प्रोत्साहन योजना 2023 ।

आम की खेती से कमाई

आम की खेती से कमाई विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि खेत का आकार, पौधों की प्रबंधन, उपयुक्त बाजार पहुंच, और आपके बुद्धिकुशली प्रबंधन का स्तर। यह कुछ मुख्य कारक हैं जो आपकी आम की खेती से कमाई पर प्रभाव डाल सकते हैं:

खेत का आकार:

आपके पास कितनी ज़मीन है, यह आपकी कमाई पर प्रभाव डाल सकता है। बड़े खेतों पर अधिक आम पैदा किया जा सकता है, जिससे अधिक कमाई हो सकती है।

पौधों का प्रबंधन:

पौधों की देखभाल और प्रबंधन का तरीका महत्वपूर्ण होता है। सही खाद, प्रुनिंग, और अन्य देखभाल के बिना, पौधों की प्रदर्शनक्षमता कम हो सकती है।

बाजार पहुंच:

आपके आमों को उचित बाजार में पहुंचाना महत्वपूर्ण है। अगर आपके पास स्थानीय बाजारों और फसल बाजारों तक अच्छा पहुंच है, तो आप अधिक मूल्य प्राप्त कर सकते हैं।

पर्याप्त जल संचयन:

आम की पौधों के लिए उचित सिंचाई और जल संचयन सुविधाएं होना आवश्यक है। यदि आपके पास नियमित और पर्याप्त सिंचाई का स्रोत है, तो आम की पौधों की प्रदर्शनक्षमता बढ़ सकती है।

बागवानी कौशल:

आम की बागवानी के साथ साथ खेती के कौशल की भी आवश्यकता होती है। यदि आप खेती के प्राथmकिक तत्वों को समझते हैं और उन्हें सफलता से प्रयोग करते हैं, तो आपकी कमाई में वृद्धि हो सकती है।

बाजार की मांग:

आम के लिए बाजार की मांग भी आपकी कमाई पर प्रभाव डाल सकती है। यदि आम की मांग अच्छी है, तो आप अधिक मूल्य प्राप्त कर सकते हैं।

आम की खेती एक लाभकारी व्यवसाय हो सकता है, लेकिन यह कठिन मेहनत और धैर्य की आवश्यकता है। आपके क्षेत्रीय बाजार, पौधों की प्रदर्शनक्षमता, और मांग के साथ अच्छे खेती प्रबंधन के माध्यम से कमाई कमाने की संभावना होती है।

आम की देशी प्रजाति

आम की देशी प्रजातियाँ अकेली शब्द “देशी आम” या “देशी मैंगो” के तौर पर जानी जाती हैं। ये प्रजातियाँ भारत और अन्य देशों में पाई जाती हैं और उच्च गुणवत्ता वाले आम देती हैं। कुछ प्रमुख देशी आम प्रजातियाँ निम्नलिखित हैं:

1 लंगडा (Langda):

यह प्रजाति भारत के विभिन्न हिस्सों में पाई जाती है, और इसकी विशेषता उसके लंगड़े (धारी) आम से होती है। यह आम अमबा, स्वादिष्ट रस, और उच्च गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है.

2 दसहरी (Dashehari):

यह भारत के उत्तर प्रदेश के दसहरा गाँव के नाम पर प्रसिद्ध है और इसकी खास बात एक स्वादिष्ट और गाढ़ा रस है।

3 चौसा (Chausa):

यह प्रजाति पाकिस्तान के चौसा शहर के नाम पर प्रसिद्ध है और इसका रस स्वादिष्टता के साथ बहुत खास होता है।

4 आल्फॉन्सो (Alphonso):

यह प्रजाति भारत के महाराष्ट्र राज्य के रत्नागिरी और देवगढ़ जिलों में पाई जाती है और अपने मिठे और आमादे के रस के लिए प्रसिद्ध है।

ये केवल कुछ उदाहरण हैं, और दुनियाभर में ढ़ेरों देशी आम प्रजातियाँ होती हैं, हर प्रजाति अपने खास स्वाद और आकर्षण के लिए प्रसिद्ध होती है। ये आम अस्तित्व में जीवन्त संवर्ग होते हैं और आम के उपजने के सीजन में अपने स्वाद के लिए खूबसूरत और आकर्षक होते हैं।

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