गिलोय के विभिन्न क्षेत्रों और भाषाओं में प्रचलित अलग-अलग नामों को यहाँ आसानी से देख सकते है:-
क्षेत्र/भाषा |
नाम |
हिंदी |
गिलोय, गिलोय, अमृतवल्ली |
संस्कृत |
गुडूची, अमृतवल्ली, चिंनोरुहा |
अंग्रेजी |
गिलोय, हार्ट-लीव्ड मूनसीड |
मराठी |
गुलवेल, गुलकांडा |
तमिल |
अमृततिंग्गिल, शिदिलिंग्गिल |
तेलुगु |
गिडुगु चेट्टु, शिरीशा |
मलयालम |
अमृतवल्ली, चित्तामृत्तु |
कन्नड |
अमृतबल्ली, अमृतवल्ली |
बंगाली |
गुलोनचो, गुरोच |
असमिया |
सिदधिलता |
ओडिया |
गुडुचिलाता |
गुजराती |
गारो, गारूडो |
उर्दू |
गिलोयान, जार-ए-फलकन |
इस प्रकार गिलोय को देश के विभिन्न हिस्सों और भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, लेकिन इसके औषधीय गुण और उपयोग लगभग समान हैं।
गिलोय किस-किस बीमारी में फायदेमंद होता है?
गिलोय औषधि को कई बीमारियों के इलाज में फायदेमंद माना जाता है। गिलोय के फायदों को एक टेबल में इस प्रकार दर्शाया जा सकता है:
बीमारी |
गिलोय के फायदे |
संक्रमण रोग |
इम्यूनिटी बढ़ाने और एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल गुणों के कारण संक्रमणों से लड़ने में मददगार। |
मधुमेह |
गिलोय में मौजूद गुडुचिनोसाइड्स ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायक होते हैं। |
कैंसर |
गिलोय में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक हो सकते हैं। |
तनाव और चिंता |
गिलोय में एंटी-स्ट्रेस गुण होते हैं जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकते हैं। |
गठिया और जोड़ों के दर्द |
गिलोय के एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण गठिया और जोड़ों के दर्द में राहत दिला सकते हैं। |
पाचन समस्याएं |
गिलोय पाचन तंत्र को मजबूत करता है और पेट संबंधी समस्याओं में लाभकारी हो सकता है। |
यकृत संबंधी विकार |
गिलोय लिवर टॉनिक के रूप में कार्य करता है और यकृत की सेहत बेहतर करने में मदद कर सकता है। |
एलर्जीज |
गिलोय में एंटी-एलर्जिक गुण होते हैं जो एलर्जी के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकते हैं। |
हालांकि, गिलोय औषधि एक औषधीय पौधा है और इसके दुष्प्रभावों को भी नकारा नहीं जा सकता है। इसलिए इसका सेवन डॉक्टरी देखरेख में ही करना चाहिए।
गिलोय से बनने वाले आयुर्वेदिक तथा अंग्रेजी दवाइयों के नाम |
गिलोय औषधि से निर्मित कई आयुर्वेदिक और अन्य औषधियां उपलब्ध हैं। कुछ प्रमुख गिलोय आधारित दवाओं के नाम इस प्रकार हैं:
आयुर्वेदिक दवाएं:
1. गिलॉय गोगल्यु (Giloy Gogolu)
2. गिलोय सत्व (Giloy Satva)
3. गिलोय गुटिका (Giloy Guti/Gutika)
4. सिद्धायोग गिलॉय चूर्ण (Siddhayog Giloy Churna)
5. गिलोय कल्क (Giloy Kalka)
6. गिलोय गुग्गुलु (Giloy Guggulu)
7. गिलोय अरिष्ट (Giloy Arishta)
8. गिलोय क्वाथ (Giloy Kwath)
अंग्रेजी/आधुनिक दवाएं:
1. गिलोय फिटोसोम (Giloy Phytosome)
2. गिलोय एक्स्ट्रैक्ट कैप्सूल (Giloy Extract Capsules)
3. गिलबा (Gilbah – गिलोय और बहेड़ा का मिश्रण)
4. सेप्टिलिन (Septillin – गिलोय आधारित एंटीसेप्टिक)
5. गिलोफ्लोर (Gilofor – गिलोय और आंवला का मिश्रण)
6. लिवोकिन (Livokin – गिलोय आधारित लिवर टॉनिक)
ये दवाएं गिलोय औषधि के विभिन्न गुणों को प्रदर्शित करती हैं जैसे इम्युनिटी बूस्टर, एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल, लिवर टॉनिक और पाचन संबंधी लाभ। हालांकि, इनका सेवन डॉक्टरी परामर्श के अनुसार करना चाहिए।
ये 10 प्रश्न गिलोय के बारे में लोगों द्वारा अक्सर पूछे जाते हैं:-
1. प्रश्न: गिलोय क्या है?
उत्तर: गिलोय औषधि एक जड़ी बूटी है जिसका वैज्ञानिक नाम टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया है। यह आयुर्वेदिक दवाओं में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
2. प्रश्न: गिलोय के प्रमुख फायदे क्या हैं?
उत्तर: गिलोय औषधि इम्यूनिटी बूस्टर, एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-डायबेटिक, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और लिवर टॉनिक के रूप में कार्य करता है।
3. प्रश्न: गिलोय कैसे लिया जाता है?
उत्तर: गिलोय औषधि को आमतौर पर काढ़े के रूप में गरम पानी या दूध में मिलाकर पिया जाता है। इसके अलावा गिलोय चूर्ण और कैप्सूल भी उपलब्ध हैं।
4. प्रश्न: गिलोय कितनी मात्रा में लेना चाहिए?
उत्तर: गिलोय औषधि की आम खुराक 1-3 ग्राम प्रतिदिन है, लेकिन इसकी सही मात्रा आपकी स्थिति और डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करती है।
5. प्रश्न: गिलोय के कोई दुष्प्रभाव हैं?
उत्तर: अधिक मात्रा में लेने पर गिलोय पेट खराब कर सकता है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए।
6. प्रश्न: गिलोय किन बीमारियों में मददगार है?
उत्तर: गिलोय डायबिटीज, संक्रमण, कैंसर, गठिया, तनाव, पाचन समस्याएं, लिवर विकार और एलर्जी में मददगार हो सकता है।
7. प्रश्न: क्या गिलोय कोविड-19 में भी मददगार है?
उत्तर: गिलोय के एंटी-वायरल गुणों के कारण, इसके कोविड-19 के उपचार में मददगार होने की संभावना है, हालांकि इस पर और अनुसंधान की आवश्यकता है।
8. प्रश्न: गिलोय के साथ क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
उत्तर: गिलोय औषधि को कुछ दवाओं के साथ लेने पर परस्पर प्रतिक्रिया हो सकती है। इसलिए इसका सेवन डॉक्टरी देखरेख में करना बेहतर है।
9. प्रश्न: गिलोय को कितने समय तक लिया जा सकता है?
उत्तर: गिलोय औषधि को लंबे समय तक आहार में शामिल किया जा सकता है, लेकिन गंभीर स्थितियों में डॉक्टर की सलाह से ही इसका सेवन करना चाहिए।
10. प्रश्न: गिलोय कहां से प्राप्त किया जा सकता है?
उत्तर: गिलोय औषधि को आयुर्वेदिक दुकानों, दवा दिय़ों और कुछ सुपरमार्केट से आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
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